गांव सभा की भूमि पर हो रहा अवैध कब्जा, जिम्मेदार मौन
एसडीएम का आदेश बेअसर : ग्रामीणों का आरोप है कि हल्का लेखपाल अतिक्रमणकरियों से मिलकर अवैध अतिक्रमण को हटवाने को लेकर टाल-मटोल कर रहा है।
अभिमन्यु शर्मा, जिला प्रभारी : कुशीनगर। जनपद के तहसील तमकुही राज अंतर्गत ग्राम पंचायत करमैनी में ग्रामीणों द्वारा गांव ही के कुछ दबंग किस्म के लोगों पर सरकारी जमीन (गड़हा) पर अवैध कब्जा का आरोप लगाया गया है। ग्रामीण द्वारा इस संबंध में तहसील दिवस में शिकायत पत्र के माध्यम से उक्त जमीन को खाली करने के संबंध में प्रार्थना पत्र भी दिया गया है।
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ग्रामीणों के मुताबिक,30/02/2024को शिकायत पत्र के आधार पर तहसील दिवस प्रभारी ने उक्त हल्के की लेखपाल को न्यायोचित तरीके से जांच कर अवैध कब्जे को खाली करने का निर्देश दिया गया था। परंतु अब तक लेखपाल के द्वारा इस प्रकरण में टाल-मटोल किया जा रहा है।
पूरा मामला क्या है
जनपद कुशीनगर के ग्राम पंचायत करमैनी के ही स्थाई निवासी जाकिर हुसैन पुत्र अब्दुल हमीद सहित ग्रामीणों ने ग्राम सभा की जमीन, आराजी संख्या 624क / 0.024 हे0 भूमि मौजूद खतौनी में गड़हा के नाम से सुरक्षित है। जिसमें ग्राम सभा के लोगों के घर के गांधी पानी का जल जमाव एकत्रित होता रहा है। इसके अलावे नालियों का गंदा पानी के जल जमाव होने का दूसरा कोई भूमि सुरक्षित नहीं है। इसके बावजूद भी उक्त भूमि पर गांव के ही निम्न व्यक्ति अवैध रूप से मिट्टी da पर कुछ लोग पक्का नवनिर्माण और कुछ लोग का कटरैन व टाट से घर लिए हैं। जिससे मौके पर गड़हा की जमीन पूरी तरह अतिक्रमण हो चूका है।
यदि ऐसी दशा में विपक्षिगण का अवैध कब्जा हटवा कर मौके पर गड़हा की भूमि को गडहे के शक्ल में परिवर्तित करना न्याय हित में आवश्यक है। ताकि भविष्य में गांव के लोगों के घर का पानी और बरसात का पानी जल जमाव गड़हा की भूमि में हो सके तथा वर्तमान समय में पूर्वजों के द्वारा बनवाई गई पुलिया जो पानी के निकास का जरिया था उसे पुलिया को भी मिट्टी डालकर बंद कर दिया गया है। उसकी भी मिट्टी आदि हवा कर मौका काम किया जाना न्याय हित में अति आवश्यक है।
इस बाबत ग्रामीणों ने तहसील के अधिकारियों और कर्मचारियों पर यह आरोप लगाया है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी तहसील के अधिकारी व कर्मचारी मामले की गंभीरता से न लेते हुए शिकायतकर्ता ग्रामीणों को इस टेबल से उस टेबल तक दौड़ा रहे हैं डेट पर डेट देते जा रहे हैं।
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