उत्पीड़ित सहारा निवेशकों ने मनाया काला दिवस

मुकेश कुमार  (एडिटर क्राइम व सह प्रभारी उत्तर प्रदेश) सीतापुर।  ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा के द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सीतापुर संगठन के पदाधिकारियों द्वारा सुब्रत राय सहारा के जन्मदिवस को काला दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर संगठन के जिलाध्यक्ष नवल किशोर मिश्रा द्वारा बताया गया कि सुब्रत राय सहारा के जन्मदिवस 10 जून 1948 तारीख को हुआ।

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उनके द्वारा देश के अंदर सैकड़ों कंपनियों को बनाकर तथा लाखों एजेंटों के माध्यम से देश के भोले-भाले गांव गरीब लोगों को झूठे प्रलोभन देकर, पैसा जल्दी दुगना कर देने का वायदा करके, करोड़ों रुपए जमा करा लिया। परंतु जब निवेशकों की परिपक्वता अवधि पूर्ण हुई तो वह पैसा दूसरी कंपनियों में परिवर्तित कर दिया गया । जिन जमा कर्ताओं द्वारा परिवर्तन नहीं कराया गया तो उनका भी भुगतान नहीं किया गया। आज देश के 10 करोड जमाकर्ता परेशान व पीड़ित हैंह उनकी पीड़ा कोई भी राजनीतिक दल नहीं सुन रहा है। सुब्रत राय सहारा कोर्ट कचहरी की आड़ में पहुंचने वाले लोगों का भुगतान करता रहा और गरीबों का भुगतान नहीं कर रहा। देश के अंदर काफी एफ आई आर दर्ज होने के बावजूद पैरोल पर चल रहा है। उसी परिपेक्ष में आज काला दिवस मनाया गया तथा ईश्वर से प्रार्थना कि ऐसे मानव को भगवान धरती पर द्वारा मानव के रूप में जन्म ना दे। जिसने करोड़ों लोगों के घरों के अरमानों पर पानी फेर दिया तथा जमा कर्ताओं का मरण दिन दिवस मना दिया है। आज उनकी पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं है। अमित शाह सहकारिता मंत्री द्वारा भुगतान के संबंध में घोषणा किए हुए लगभग 3 माह का समय व्यतीत हो गया, परंतु कोई भी पीड़ितों के संबंध में भुगतान संबंधी कोई नीति ही नहीं बन सकी है। आखिर भुगतान होगा कब तक पैसा निवेशकों को मिलेगा। आज के इस काला दिवस में संगठन के पदाधिकारी रितेश गुप्ता, राजकुमार श्रीवास्तव, दिलाराम राठौर, कमलेश कुमार गुप्ता, रम्मी पांडे, भोलानाथ तिवारी, संजय पांडे, रामचंद्र गौतम, रजत शुक्ला, मूलचंद गौतम, सुदर्शन, मुन्नी देवी आदि लोग शामिल होकर सुब्रत राय सहारा के खिलाफ नारेबाजी की तथा भुगतान संबंधी केंद्र सरकार से मांग की ।

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